इतनी बड़ी
जिंदगी में ,
क्या खोया ?
क्या पाया ?
झूंठे इल्जाम , झिड़क
अवहेलना , विरक्ति
स्त्री होने की जिल्लत ,
कमाऊ न होने की
सजा ,
पढ़ी -लिखी होने की
ईर्ष्या ,
क्या कम था ?
फिर भी ,
प्यार , विश्वास
संस्कार , उम्मीद
आशीर्वाद , साहस , उत्साह
सब कुछ दे दिया |
शायद , एक
रास्ता खोज
सकूँ
उजाले का |
विद्या शर्मा ..
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